Baaten.........
अच्छा .......!! एक महत्वपूर्ण 'बात' है ......... बात जी हाँ बात यह तो नहीं पता कि किसने बनाया वाक्य सौ बातो की एक बात ......... अपने यहां तो एक बात की सौ बात का कल्चर है। किसी भी एक बात का सैम्पल तैयार कर लो और कुछ ही देर बाद उसकी सौ -हज़ार वैरायटी बन जाती हैं वो भी वैल्यू एडिशन के साथ .....है न मजेदार प्रोसेसिंग। हालाँकि ऐसा बाहरी देशो मे कम ही देखने को मिलता है इसके पीछे का कारण हमेशा से ही हमारा सभ्य कल्चर रहा है जहाँ किसी भी चर्चा पर विशेष विश्लेषण ,आलोचना ,तथा समालोचनाएँ होती रहती हैं और मजे की बात ये है कि हमारी चर्चाओं का निष्कर्ष कभी नहीं निकलता ,ऐसा क्यों भला ?? ......... क्यूंकि बात खत्म करना हमने सीखा ही नहीं। खैर .........काम नहीं है तो कुछ न कुछ सोचना तो दिमाग का काम है ही और न सोचें तो ये जंग खा जायेगा। ऐसा हर किसी के साथ है - नैसर्गिक नियम है ज्यादा सोचो मत ........!! अच्छा हमारे यहाँ लोग ऐसे ही खाली समय का उपयोग कर आपस में चर्चाएं करते रहते ,अपने ज्ञान का गुल्लक सबके सामने ख...