HoPe

 

फाइनली वैक्सीन लग गयी ........ अब लगता है अच्छे से चढ़ी है। 

दूसरी लहर वाकई जोरदार रही , पक्ष-विपक्ष , राजा-प्रजा सभी त्राहिमाम रहे। पहली का ठीकरा तो पडोसी पर जमकर फोड़ा गया ........ये यक्ष प्रश्न की भाँति सामने खड़ा है कि इस बार किसको लपेटें ........??

  वाकई कारण बहुत से हैं और सभी दमदार हैं , यहां कुछ लोगों ने जमकर सारी सीमाएं लाँघी , इंजेक्शन हो , ऑक्सीजन हो या आपात वाहन , लालच और भ्रष्टाचार की सीमा से परे जाकर "कुविधाएँ " दी गयी। 

यहां विचार आया कि क्या ऐसे माहौल पर लगाम लगाने के लिए राजतंत्र होना चाहिए ........??

दरअसल आज जब मैं प्रख्यात दार्शनिक मैक्यावली को पढ़ रहा था , तो उन्होंने अपने विचारों में "भ्रष्ट , लालची लोगों के लिए राजतंत्र की शासन प्रणाली" को उपयुक्त बताया , जहां लोगों पर "कुछ भी करने" की आज़ादी तो नहीं होती .........!! 


कमियां क्या रहीं ??

  • मुखौटे को समझने में हम नाकाम रहे ....... दरअसल इस बार कोरोना मॉडिफाई होकर आया , आगे  भी अन्य रूपों में आने की पूरी संभावना है। 
  • हमने थोड़ा ठीक माहौल देखकर  जश्न शुरू कर दिया ......अपने को संपन्न करने के बजाय हम दुनिया से लाभ कमाने चल दिए। 
  • पूर्व चेतावनी को हमने नाकारा ....... भली-भाँति अवगत करा दिया गया था , हम भागने में मशगुल रहे। 
  • पहली लहर के बाद भी हमारे पास कोई फ्यूचर प्लान नहीं था , लोगो ने मास्क संभाल  लिए थे , और सेनिटाइज़र की बोतलें न जानें कहां गुम  हो गयी। 
  • वैक्सीन के लिए काम कर रहीं संस्थाएं कुछ ही थी , मुक्त रूप से आविष्कार की कोई सुविधा नहीं थी। 

आगे क्या ........??

  • मास्क , सेनिटाइज़र ,सफाई और व्यायाम को जीवन का अंग बना लीजिये , यकीन मानिये लम्बा खेल, खेल पाओगे।
  • बेवजह भागना बंद करिये , थोड़ा रुकिए और विचार कीजिये कि अगर भीड़ से थोड़ा हटकर चलूँगा तो हो सके मास्क  उतार के थोड़ा ठंडी हवा ले सकूँ। 
  • वैक्सीन जरूर लगवाइए , धैर्य रखिये सबके लिए उपलब्ध होगी ( 140 करोड़ में यदि आप अब तक वैक्सीन लगवा चुके है तो आप लकी हैं। )
  • कृपया भ्रष्टाचार और लालच को छोड़िये , ऑक्सीजन भरपूर मात्रा में है। 
  • मदद के लिए हाथ बढ़ाइए , उन लोगों का शुक्रिया कीजिये जो इस वक्त आपके साथ हैं। 
  • आशावान जरूर रहें , दुनियां के कुछ देश अब खुली हवा में सांस लेने लगे हैं , सहयोग कीजिये आप फिर से कुम्भ में पधारेंगे। 
अंत में यही कि ये बातें  साधारण ही हों , मगर अमल करके जरूर देखें , ध्यान रहे वक्त कठिन जरूर है लेकिन अंततः यह भी नहीं रहेगा .........!!

 

 

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